मंकीपॉक्स के लक्षण काफी हद तक चेचक से मिलती-जुलते हैं, जो एक संबंधित ऑर्थोपॉक्सवायरस संक्रमण है।
परंतु मंकीपॉक्स के वयरस चेचक से ज्यादा हानिकारक होता है। और इसका मृत्यु दर भी अधिक है।
मंकीपॉक्स होने पर आमतौर पर चिकित्सकीय रूप से बुखार, दाने और सूजे हुए लिम्फ नोड्स के साथ दिखाई देता है।
मंकीपॉक्स किसी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के निकट संपर्क के माध्यम से या वायरस से दूषित सामग्री के माध्यम से मनुष्यों में फैलता है।
मंकीपॉक्स वायरस संक्रमित व्यक्ति के घावों, शरीर के तरल पदार्थ, श्वसन बूंदों और बिस्तर जैसी दूषित सामग्री के संपर्क से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है।
वर्तमान में चेचक के इलाज के लिए विकसित एक एंटीवायरल दवा को भी मंकीपॉक्स के इलाज के लिए लाइसेंस दिया गया है।
मंकीपॉक्स एक वायरल ज़ूनोसिस (जानवरों से मनुष्यों में प्रसारित होने वाला वायरस) है।
जुलाई 2022 तक विश्व के कई देशों में मंकीपॉक्स के कई मामले देखे गए है।और अब यह वैश्विक बिमारी बनता जा रहा है।
मंकीपॉक्स संक्रमण के लक्षण आमतौर पर 6 से 13 दिनों के अन्दर नजर आने लगते है। कभी-2 यह 5 से 21 दिनों तक भी हो सकता है।
लक्षण (0-5 दिनों के बीच बुखार, तीव्र सिरदर्द, बदन दर्द, त्वचा का फटना, दाने निकलना या (चिकनपॉक्स, खसरा, चेचक) जैसे लक्षण दिखाई देते है।